सर्पों को महादेव का गण कहा जाता है और भगवान गणेश शिवगणों के अधिपति यानी गणपति हैं। इन दिनों गणेश विसर्जन का दौर जारी है और एक ऐसे ही कार्यक्रम में लोग उस वक्त चकित रह गए जब मंगलमूर्ति की प्रतिमा से अचानक एक अहिराज सर्प लिपट गया। पहले तो लोग डरे और फिर हाथ जोड़ कर अभिनंदन किया। मानों विदाई की बेला में नागराज कह रहे हों कि गणपति बप्पा उन्हें भी साथ ले जाएं।
कोरबा(theValleygraph.com)। चतुर्थी तिथि पर विराजित भगवान गणेश की प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला शुरू हो गया है जो अनंत चतुर्दशी तक जारी रहेगा। इस कड़ी में ग्राम पंचायत धंवईपुर विकासखंड कटघोरा में भी ग्रामीणों के द्वारा गणेश प्रतिमा का विसर्जन नदी घाट पर किया गया। इस दौरान हुए घटनाक्रम को लोग चमत्कार के तौर पर देख रहे हैं।
दरअसल, यहां बच्चे,युवा सहित ग्रामवासी गणेश प्रतिमा को विसर्जन करने के लिए नदी घाट पर 13 सितम्बर को शाम के समय पहुंचे थे और घाट के किनारे प्रतिमा को रखकर आरती कर रहे थे कि इसी दौरान लोगों के बीच से निकलकर सर्पराज अहिराज भगवान गणेश की मूर्ति पर चढ़कर लिपट गए। मूर्ति के ऊपर से एक चक्कर घूमने के बाद काफी देर तक प्रतिमा से लिपटे रहे और फिर अपने आप ही वहां से चले गए। इसके बाद ग्रामवासियों ने मूर्ति को नदी में विसर्जित किया। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर गांव में काफी चर्चा हो रही है। इस बात को लोग चमत्कार मान रहे हैं कि इतनी भीड़ में सर्पराज शांतिपूर्वक निकलकर सीधे गणेश की प्रतिमा पर लिपट गए और किसी को भी कुछ नहीं किया और कोई जनहानि नहीं हुई।