देशभर में प्रसिद्ध यह मंदिर इसलिए खास है, क्योंकि यहां विराजमान माता लक्ष्मी के श्रृंगार के लिए भक्त अपने अपने घरों से गहने लेकर आते हैं। दीपावली पर इस प्रसिद्ध मंदिर में 5 दिनों तक विशेष दर्शन होता है और आज से माता के श्रृंगार का दौर शुरू हो चुका है।
दीपोत्सव में श्रद्धालुओं द्वार दिए जाने वाले जेवर, नकदी आदि से श्रृंगार के लिए देश भर में प्रसिद्ध माणक चौक स्थित श्री महालक्ष्मी मंदिर में धनतेरस के दिन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के आने को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, सीएम का दौरा संक्षिप्त रहेगा और वे मंदिर में दर्शन, आरती करके वापस रवाना हो जाएंगे।
रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम स्थित श्री महालक्ष्मी मंदिर की चर्चा देशभर में इसलिए होती है, क्योंकि यहां माता के श्रृंगार के लिए भक्त अपने घरों से गहने और आभूषण लेकर आते हैं। माता का श्रृंगार होता है, धनतेरस से विशेष पूजा, आरती और दर्शन का क्रम शुरू होता है, जो भाई दूज तक लगातार पांच दिन चलता है। इसके बाद सभी के आभूषण लौटा दिए जाते हैं। अभी मंदिर में श्रृंगार का दौर चल रहा है, जो सोमवार रात को पूरा हो जाएगा। सामग्री देने वालों की संख्या 1300 तक पहुंच गई है। नोटों की लड़ियों से मंदिर परिसर को सजाया गया है। श्रृंगार व सजावट के बाद धनतेरस के दिन मंगलवार को सुबह ब्रह्म मुहूर्त में मंदिर के पट खोले जाएंगे। भाई दूज तक पांच दिन लगातार पट खुले रहेंगे और दर्शन किए जा सकेंगे। मंदिर में सीएम के आने को लेकर रविवार को दिन भर तैयारी चलती रही।