अफसरों की तरह कामगारों को भी स्थापना दिवस पर उपहार में मोबाइल देने की घोषणा करे कोल इंडिया : रेशम लाल यादव


कोल इंडिया को इस ऊँचाई तक ले जाने में कर्मचारियों का भी महत्वपूर्ण योगदान है। इसलिए कोल इंडिया स्थापना दिवस के मौके पर जिस तरह अधिकारियों को 30 हजार से 60 हजार तक का मोबाइल देने का निर्णय लिया गया है, उसी प्रकार कर्मचारियों को भी मोबाइल देने की घोषणा की जाए।


कोरबा(theValleygraph.com)। कोयला मजदूर सभा (हिन्द मजदूर सभा) KOYLA MAZDOOR SABHA (HMS) के अध्यक्ष (के) रेशम लाल यादव ने निदेशक कार्मिक, कोल इण्डिया लिमिटेड (मुख्यालय) कोलकाता (WB) को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने कोल इंडिया लिमिटेड के 50 वर्ष पूरे होने पर सभी कर्मचारियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ प्रदान करते हुए लिखा है कि कोल इंडिया लिमिटेड बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की 30 अक्टूबर को हुई बैठक में अधिकारियों को बतौर उपहार 30 हजार रूपये से 60 हजार रूपये तक का मोबाईल देने की घोषणा हुई है। स्थापना दिवस के अवसर पर केवल अधिकारियों को उपहार देने की घोषणा यह दर्शाता है कि कामगारों का कोल इंडिया के प्रगति में कोई योगदान नहीं है, इसलिए कामगारों के लिए कोई उपहार नहीं। पिछले वर्ष भी स्थापना दिवस के दिन अधिकारियों को उपहार में कंबल दिया गया था। अधिकारियों को पी.आर.पी. और लैपटॉप पहले से भी दिया जा रहा है, ऐसे ही चश्मा के रिम्बर्समेंट में भी अधिकारियों और कर्मचारियों में बहुत भेदभाव किया गया। अधिकारियों को चश्मा के लिए 20 हजार से 50 हजार रूपये तक का चश्मा, जबकि कर्मचारियों को सिर्फ 10 हजार का चश्मा का रिम्बर्समेंट देने का निर्णय लिया गया। इसी प्रकार कर्मचारियों के ग्रेज्यूटी के भुगतान में भी बहुत भेदभाव किया गया। सेंट्रल गवर्नमेंट की स्कीम के अनुसार रिटायर केन्द्रीय कर्मचारियों को 20 लाख ग्रेज्युटी भुगतान 2016 से किया गया। कोल इंडिया के रिटायर अधिकारियों को 20 लाख रूपये ग्रेज्युटी भुगतान जनवरी 2017 से किया गया, जबकि 2017 से मार्च 2018 तक रिटायर होने वाले कर्मचारियों को 20 लाख ग्रेज्युटी नहीं दिया गया, उन्हें सिर्फ 10 लाख रूपये की ग्रेज्युटी भुगतान किया गया। कोल इंडिया प्रबंधन ने सेंट्रल गवर्नमेंट की ग्रेज्युटी स्कीम को तोड़-मरोड़ कर बांटा। एक ही कंपनी में अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ग्रेज्युटी अलग-अलग भुगतान करना, यह कैसा नियम है। कोल इंडिया प्रबंधन के द्वारा कर्मचारियों के साथ हमेशा इस प्रकार के भेदभाव से मजदूरों में भारी आक्रोश है। दीपावली से पहले ठेका मजदूरों के बोनस भुगतान का एलाउंस होने के बाद भी अभी तक बोनस का भुगतान एसईसीएल में नहीं हो पाना, ठेका मजदूरों के साथ छालावा है। कोयला मजदूर सभा (HMS) कोल इंडिया के इस प्रकार के मजदूर विरोधी नीतियों का पूरजोर विरोध करता है। श्री यादव ने आग्रह किया है कि जिस प्रकार अधिकारियों को कोल इंडिया स्थापना दिवस के मौके पर 30 हजार से 60 हजार तक का मोबाइल देने का निर्णय लिया गया है, उसी प्रकार कर्मचारियों को भी मोबाईल देने की घोषणा करने का कष्ट करें, चूंकि कोल इंडिया को इस ऊँचाई तक ले जाने में कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान है।


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