कोरबा। ओल्ड दीपका खदान में 20 नवंबर की सुबह हुई दुर्घटना की जांच के लिए बीते दिनों आईएसओ सेफ्टी टीम माइंस पहुंची थी। यहां हादसे के दिन मोटर पंप में लगी पाइप टूटकर कर्मी की पैर में गिर गई थी। एसईसीएल आईएसओ सेफ्टी टीम शुक्रवार दोपहर पहुंची और घटनास्थल का अवलोकन किया। एक भारी मोटर पंप में लगी पाइप टूटकर SECL कर्मी के पैर में गिर गया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। कर्मी को अपोलो हॉस्पिटल में इलाज के लिए रेफर किया गया था। एसईसीएल में मनाए जा रहे 30 नवंबर तक सुरक्षा पखवाड़ा के बीच ही यह दुर्घटना सामने आई थी। क्रेन से उठाकर रखे मोटर पंप में लगी पाइप सीलिंग की जगह से टूटकर एसईसीएल कर्मी की पैर में गिरने की घटना हुई थी। दीपका विस्तार परियोजना के मैकेनिकल फिटर विकास नगर कुसमुंडा निवासी वरूण नाहक (36) को गंभीर चोट भी आई। एसईसीएल दीपका खदान के एल-1 पाइंट की घटना बताई गई। सुरक्षा के लिए गाइडलाइन का गंभीरता से पालन हो, इसके लिए एसईसीएल आईएसओ सेफ्टी की टीम दीपका खदान पहुंची। घटनास्थल का अवलोकन करने के बाद दीपका विस्तार परियोजना के दफ्तर में अधिकारियों की बैठक ली, ताकि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो। एसईसीएल बिलासपुर आईएसओ सेफ्टी की टीम में मनोज कुमार और एनवी वंजरी शामिल रहे।
20 नवंबर की सुबह ओल्ड दीपका खदान में हुआ था हादसा
उल्लेखनीय होगा कि दीपका खदान में 20 नवंबर की सुबह यह दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें 36 वर्षीय वरुण नाहक गंभीर रूप से घायल हो गए। वह खदान में विभागीय कर्मचारी हैं। हादसा सुबह लगभग 11 बजे ओल्ड दीपका खदान के पंप सेक्शन में हुआ। जानकारी के अनुसार, 12 इंची डिलीवरी पाइप खोलने के दौरान पाइप अचानक झटके से बाहर आ गया, जिससे वरुण नाहक इसकी चपेट में आ गए। इस घटना में उनका पैर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और दो हिस्सों में बंट गया।