केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2, एनटीपीसी कोरबा के विद्यार्थियों ने गुरुवार को केंद्रीय पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी संस्थान (CIPET Korba) का शैक्षणिक भ्रमण किया। इसका उद्देश्य छात्रों को नवीन शिक्षा प्रणाली के मंशानुरूप स्किल एजुकेशन प्रदान करना, पेट्रोकेमिकल क्षेत्र में कॅरियर की संभावनाओं और सिपेट में प्रचलित विभिन्न कोर्स की जानकारी देना था। केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 एनटीपीसी कोरबा की वरिष्ठ शिक्षिका श्रीमती अर्चना खरे ने विद्यार्थियों को अपने संस्थान में छात्रों को स्किल एजुकेशन की जानकारी देने के लिए सिपेट प्रबंधन का आभार जताया। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों ने व्यावसायिक कौशल विकास प्रशिक्षण के अंतर्गत 18 नवम्बर से 26 नवंबर तक सीपेट में संस्थान के शिक्षकों से प्रशिक्षण प्राप्त किया। उनके के साथ 16 शिक्षकों ने भी कौशल सीखा। इस सहयोग के लिए वरिष्ठ शिक्षिका श्रीमती अर्चना खरे ने सिपेट के संयोजक रजनीश पांडे एवं उनकी टीम का धन्यवाद ज्ञापित किया।
कोरबा(theValleygraph.com)। विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने सिपेट (Central Institute of Petrochemicals Engineering and Technology) में अलग-अलग डिपार्टमेंट की प्रयोगशालाओं में जाकर वहां उपयोग में लाई जाने वाली मशीनरी, तकनीक और प्लास्टिक से बनने वाले उत्पाद की डिजाइनिंग की विधि को समझने का प्रयास किया। साथ ही मोल्डिंग और उत्पाद बनने की प्रक्रिया को देखा। सिपेट के अधिकारियों ने स्टूडेंट्स को आधुनिक युग में प्लास्टिक की जरूरत और फायदे बताए।
प्लास्टिक के उपयोग से कई पेड़ कटने से बच जाते हैं
विद्यार्थियों को बताया गया कि प्लास्टिक के उपयोग में लाए जाने से पेड़ काटने से बच जाते हैं। प्लास्टिक के नॉन रिएक्टिव गुण के कारण यह किसी भी लिक्विड को स्टोर करने में आसान होता है। एक बार टूट जाने के बाद आसानी से रीसाइकल कर दूसरा प्रोडक्ट बनाया जा सकता है। साथ ही यूज्ड प्लास्टिक को सड़क बनाने में टार के साथ मिलाकर उपयोग में लाने से सड़क की लाइफ 20% बाद जाती है।
सिपेट के उद्देश्य
प्लास्टिक उद्योग की उभरती आवश्यकता और विकास को देखते हुए एजुकेशन हब, स्याहीमुड़ी स्थित केंद्रीय पेट्रोरसायन अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सिपेट), कोरबा (CIPET), कोरबा डिजाइन, सीएडी/सीएएम/सीएई, टूल रूम, प्लास्टिक प्रसंस्करण और परीक्षण के क्षेत्र में प्रशिक्षण और तकनीकी परामर्श सेवाएं प्रदान करता है। इस संस्थान का उद्देश्य छत्तीसगढ़ के बेरोजगार व रोजगार की तलाश कर रहे युवाओं को शैक्षणिक और रोजगारोन्मुखी कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करना और प्लास्टिक और संबद्ध उद्योगों को तकनीकी सहायता सेवा प्रदान करना है।