मेडिकल कॉलेज अस्पताल से बच्चा चोरी का मामला सुलझा, घने जंगल के बीच एक मकान में बच्चा समेत छुपी थी बच्चा चोर, टॉर्च के सहारे अंधेरे जंगल में मूसलाधार बारिश व हाथियों की चिंगाड़ से जूझते उफनता नाला पार किया और ठिकाने तक पहुंची पुलिस। आरोपी युवती को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जेल।
कोरबा(thevalleygraph.com)। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती मंजू यादव का 4 साल का बेटा चोरी हो गया। सीसीटीवी फुटेज में उसे एक युवती गोद में उठाए भागते नजर आई। दिन दहाड़े हुई इस घटना से अस्पताल में हड़कंप मच गया और पुलिस के लिए भी जल्द से जल्द इस मामले को सुलझाने का चैलेंज था। एसपी उदय किरण ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तीन पुलिस टीम गठित की। फुटेज के आधार पर कड़ी दर कड़ी सुराग का पीछा करते हुए आखिर कर उस बच्चा चोर युवती और उसके साथ उस मासूम को ढूंढ़ निकाला। बताया जा रहा कि बच्चे की प्यारी सूरत से मोहित होकर उसे वह चुरा कर भाग निकली। 72 घंटे में मिली इस सफलता के साथ ही बच्चे को उसकी मां के हवाले कर दिया गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बच्चे की नानी ने 17 अगस्त को सिविल लाइन थाना रामपुर में नाती को चुरा ले जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बालको थाना प्रभारी मंजूषा पांडेय के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। उनके नेतृत्व में गठित टीम अस्पताल व अन्य स्थानों से मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदिग्ध युवती की तलाश में जुटी रही। आखिरकार टीम को अहम सुराग हाथ लग गया। जिसके आधार पर टीम शुक्रवार की देर शाम जिले के सरहदी इलाके में स्थित कोरबी पुलिस चौकी क्षेत्र के ग्राम रोदे तक जा पहुंची। पुलिस के लिए हाथी प्रभावित क्षेत्र में शुमार घने जंगल के बीच बसी बस्तियों में झमाझम बारिश के बीच युवती और मासूम को तलाशना किसी चुनौती से कम नहीं थी। टीम ने तमाम चुनौतियों के बीच टार्च की रोशनी से घरों को खंगालना शुरू की। इस बीच रोदे और ग्राम बनिया के बीच बसी बस्ती पोड़ी खुर्द के एक मकान में पुलिस ने दबिश दी। जहां मासूम को सुरक्षित बरामद कर लिया गया। युवती पोड़ी खुर्द में मासूम को लेकर सहेली छोटी के घर ठहरी थी। पुलिस ने मासूम का पोड़ीउपरोड़ा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्वास्थ्य परीक्षण कराया। तत्पश्चात पुलिस युवती और बच्चे को लेकर कोरबा लौटी। मेडिकल कालेज अस्पताल में पुन: मासूम का डॉक्टरों की टीम ने परीक्षण किया। इस दौरान मासूम के स्वस्थ होने पर पुलिस और अस्पताल प्रबंधन ने राहत की सांस ली। मामले में बच्चा चोरी करने वाली पण्डोपारा लाद निवासी कुमारी हमीरा पण्डो (23 वर्ष) के खिलाफ धारा 363 के तहत कार्रवाई की गई है। मामले को सुलझाने में सिविल लाइन थाना प्रभारी मृत्युंजय पांडेय, बालको थाना प्रभारी मंजुषा पांडेय, साइबर सेल प्रभारी सनत सोनवानी, एएसआई दुर्गेश राठौर, नीलम केरकेट्टा, राकेश गुप्ता, सुकलाल सिदार, आरक्षक जितेन्द्र सोनी, राकेश कर्ष, संदीप भगत, शत्रुहन बंजारे, रितु भगत, साइबर सेल के प्रआर गुनाराम, चंद्रशेखर पांडेय, राजेश कंवर, आरक्षक प्रशांत सिंह, आलोक, सुशील यादव व रवि चौबे की अहम भूमिका रही।
ऑटो चालक ने सीएसईबी चौक पर छोड़ा, फिर चोटिया तक पहुंची पुलिस
मेडिकल कालेज अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगालने पर एक युवती बच्चे के साथ निकलते दिखाई दे रही थी। वह गुलाबी कपड़े में थी। इस फुटेज के आधार पर टीम ने जांच आगे बढ़ाई। इस दौरान एक इलेक्ट्रिक आटो चालक के संबंध में जानकारी मिली। उसने युवती को सीएसईबी चौक में छोड़ने की जानकारी दी। जिसके आधार पर पुलिस चोटिया बस स्टैंड तक पहुंच गई। जहां एक युवती को बच्चे के साथ कोरबी की ओर जाते देखा गया था।
नानी से दोस्ती बढ़ाई और फिर मौका देख भाग निकली
पुलिस ने आरोपी हमीरा पण्डो से पूछताछ की। इस दौरान पता चला कि वह मोहवश मासूम को अपने साथ ले गई थी। वह शुक्रवार की शाम घर जाने वाली थी, लेकिन झमाझम बारिश के कारण सहेली के घर ही ठहरना पड़ा। बताया जा रहा है कि युवती दो माह पहले ही घर से कहीं चली गई थी। वह तीन चार दिनों से मेडिकल कालेज अस्पताल में घूम रही थी। जहां उसने हीरा बाई से लगातार बातचीत कर नजदीकी बढ़ा ली थी।
वर्जन
अस्पताल से एक युवती चार माह के बच्चे को लेकर फरार हो गई थी, जिसे पुलिस ने पकड़ लिया है। मासूम का डॉक्टरी परीक्षण कराया गयया। वह पूरी तरह स्वस्थ है।
डॉ. अविनाश मेश्राम
अधिष्ठाता मेडिकल कालेज