गैस एजेंसियों की भीड़ से क्यों भिड़ रहे हैं जनाब, बढ़ रही है केवायसी की मियाद


LPG सिलेंडर में सब्सिडी की उम्मीद लिए गैस एजेंसियों में बड़ी संख्या में लग रही उपभोक्ताओं की कतार, संचालकों ने कहा- 31 मार्च तक समय वृद्धि की बात सुनी, लिखित निर्देश का इंतजार

नई सरकार में 500 रुपए की सब्सिडी वाले रियायती गैस सिलेंडर की उम्मीद लिए बड़ी संख्या में लोग केवायसी के लिए गैस एजेंसियों में जुट रहे हैं। घंटों लंबी कतार में जद्दोजहद कर रहे हैं। आधार कार्ड अपडेट कराने महिलाएं पूरे दिन परेशान होते देखी जा रही हैं। गैस कंपनियां भी31 दिसंबर तक निर्धारित प्रक्रिया पूर्ण करने लगी हुई हैं। इस बीच अंतिम तिथि बढ़कर 31 मार्च होने की खबर मिल रही है। गैस एजेंसियों का कहना है कि उन्हें भी यह सूचना मिली है, पर फिलहाल कोई अधिकृत निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं, जिसका उन्हें भी इंतजार है, ताकि हितग्राहियों के लिए थोड़ा राहत की जुगत की जा सके।

कोरबा(theValleygraph.com)। गैस एजेंसी संचालकों का कहना है कि पेट्रोलियम कंपनी के निर्देश के बाद केवायसी की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इस प्रक्रिया से हितग्राही के वास्तविक नाम की पुष्टि हो जाएगी। शासन के निर्देश के आते ही सिलेंडर उपलब्ध कराने में सुविधा होगी। वर्तमान में केवल उज्ज्वला योजना से प्राप्त गैस सिलेंडर हितग्राहियों को प्राथमिकता है। पर कंपनी के निर्देश पर सबकी केवायसी की जा रही है। विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा की ओर से जारी घोषणा पत्र में घरेलू गैस सिलेंडर पर सब्सिडी देते हुए 5 सौ रुपए में उपलब्ध कराने का उल्लेख है। प्रदेश में सरकार बनते ही मोदी की गारंटी कहे जाने वाले घोषणा पत्र के बिंदुओं पर अमल किया जाना शुरू कर दिया गया है। ऐसे में घरेलू गैस सिलेंडर उपभोक्ताओं को 5 सौ रुपए में सिलेंडर मिलने की उम्मीद लिए एजेंसियों में केवाईसी के लिए काफी भीड़ जुट रही है। ऑयल कंपनियों द्वारा कराए जा रहे ई-केवायसी के लिए गैस एजेंसियों में ग्राहकों की लंबी कतार देखी जा रही है। 31 दिसंबर अंतिम तिथि होने की वजह से लोग सुबह से शाम तक दस्तावेज लेकर ई-केवाईसी कराने पहुंचकर घंटों लाइन में लगकर अपनी बारी आने का इंतजार भी कर रहे हैं। अब यह भी खबर आ रही है कि अंतिम तिथि को 31 दिसंबर से बढ़ाकर 31 मार्च किया जा सकता है। इस बात को लेकर एजेंसी संचालक भी इंकार नहीं कर रहे। हालांकि अवधी बढ़ाए जाने के संबंध में उन तक भी अभी कोई अधिकृत आदेश या दिशा निर्देश नहीं पहुंचा है। कुसमुंडा कोप्रेटिव सोसायटी के संचालक हर्षवर्धन शर्मा ने बताया कि केवाईसी के लिए 31 दिसंबर तक प्रक्रिया पूर्ण करने की निर्धारित तिथि को बढ़ाकर 31 मार्च कर दिए जाने की जानकारी मिली है पर लिखित में अब तक कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं। दिशा निर्देश के अनुसार उपभोक्ताओं का केवाईसी तेजी से पूर्ण कराया जा रहा है।

केवल उज्ज्वला के हितग्राहियों को मिलेगा लाभ, संख्या डेढ़ लाख
विभाग के अनुसार तो गैस एजेंसियों में ई-केवायसी घरेलू गैस के सभी उपभोक्ता के लिए अनिवार्य है। पर मोदी गारंटी के तहत 5 सौ रुपए में मिलने वाले घरेलू गैस सिलेंडर की योजना का लाभ अभी सिर्फ उज्ज्वला गैस कनेक्शन के हितग्राहियों को ही दिया जाना है। उज्ज्वला से रसोई गैस कनेक्शन धारी उपभोक्ताओं की संख्या करीब डेढ़ लाख है। सामान्य घरेलू गैस कनेक्शन लेने वाले उपभोक्ताओं के लिए अब तक कोई निर्देश जारी नहीं हुआ है। 5 सौ रुपए में गैस सिलेंडर योजना के लिए उज्ज्वला के हितग्राहियों को भी संबंधित गैस एजेंसी में ई-केवायसी करवाना अनिवार्य है। यही वजह है जो निर्धारित प्रक्रिया पूर्ण करने के लिए शहर और उपनगरीय क्षेत्रों की विभिन्न गैस एजेंसियों में ई-केवायसी कराने लगी महिला व पुरुषों की लंबी कतार लग रही है।

3 लाख घरेलू गैस उपभोक्ता, 67 एजेंसियां 

आईओसीएल व एचपीसीएल (IOCL & HPCL) की करीब 67 एजेंसियों के माध्यम से उपभोक्ताओं को घरेलू गैस सिलेंडर उपलब्ध कराया जा रहा है। एजेंसियों से प्राप्त रिकार्ड के अनुसार जिले में करीब 3 लाख घरेलू गैस उपभोक्ता है। अब तक एक लाख उपभोक्ताओं ने ही ई-केवाईसी कराया है। करीब 2 लाख उपभोक्ता का ई-केवायसी होना बाकी है। सब्सिडी वाले सिलेंडर सिर्फ उज्ज्वला के हितग्राहियों को घरेलू गैस उपभोक्ताओं को ई-केवायसी कराना जरूरी है। वर्तमान में मिले निर्देशों के अनुसार जो सब्सिडी वाले सिलेंडर हैं, वह सिर्फ उज्ज्वला के हितग्राहियों को ही दिए जाएंगे। उज्ज्वला योजना के डेढ़ लाख हितग्राही जिले में गरीब परिवारों को धुएं से राहत दिलाने के लिए उज्ज्वला योजना के तहत प्राथमिकता से घरेलू गैस सिलेंडर दिए गए हैं। अलग-अलग चरणों में आवेदन लेकर दिए गए कनेक्शन से वर्तमान में 1 लाख 56 हजार हितग्राही हो चुके हैं। देखा जाएं तो जिले में कुल घरेलू गैस उपभोक्ताओं की संख्या में करीब 50 फीसदी कनेक्शन उज्ज्वला योजना से बंटे हैं।

इन को-ऑपरेटिव सोसायटी में उज्ज्वला सुविधा नहीं

उल्लेखनीय होगा कि शहर के एसईसीएल कोरबा क्षेत्र स्थित मानिकपुर, गेवरा, कुसमुंडा और बालको में को-ऑपरेटिव सोसायटी से संचालित रसोई गैस सेवाओं में उज्ज्वला योजना का लाभ प्रदान नहीं किया जा रहा है। वर्तमान में इन सोसायटियों में भी प्रतिदिन केवाईसी की प्रक्रिया जोर शोर से पूर्ण की जा रही है। इन सोसायटियों में ज्यादातर उपभोक्ता एसईसीएल और कंपनी कर्मचारी हैं। बताया जा रहा शुरुआत में तकनीकी दिक्कत के चलते यहां केवाईसी की प्रक्रिया थोड़े विलंब से शुरू किया गया जो अब रफ्तार पकड़ चुकी है।

फैक्ट फाइल
पेट्रोलियम कंपनी – 2
गैस एजेंसियां – 67
कुल रसोई गैस उपभोक्ता – 3 लाख
उज्ज्वला कनेक्शन – 1.56 लाख
केवायसी पूर्ण – एक लाख
प्रतिशत – 15 %
शेष – 2 लाख


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *