कोरबा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव विकास सिंह पर कार्यवाही के बाद इसे लेकर शुक्रवार को भाजपा के जिलाध्यक्ष राजीव सिंह ने एक प्रेस वार्ता ली। इस प्रेस वार्ता में कही गई बातों पर जिला कांग्रेस कमेटी शहर अध्यक्ष सपना चौहान ने अपना बयान जारी किया है। सपना ने कहा है कि भाजपा जिलाध्यक्ष को तथ्यों की जानकारी लेकर मीडिया के सामने बोलना चाहिए। वह जिले में एसपी के एजेंट बन चुके हैं, और उनके इशारे पर ही बयान बाजी कर रहे हैं। वे पूरी तरह से पुलिस के प्रवक्ता की तरह काम कर रहे हैं। इनका योगदान बीजेपी के संगठन में कम और पुलिस के अवैध कार्यों को आगे बढ़ाने में ज्यादा है। आजकल राजीव सिंह के दातों की क्लीनिक ठप पड़ गयी है और वहां से कमाई नहीं हो रही है। ऐसे में वे अपनी रोजी-रोटी इसी तरह से कार्यों से मिलने वाले कमीशन से चला रहे हैं।
सपना चौहान ने कहा है कि याद रहे कि ये वही राजीव सिंह हैं जिन्होंने छत्तीसगढ़ की भ्रष्ट कलेक्टर रानू साहू की भी वकालत की थी, जब राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने भ्रष्ट कलेक्ट्रर रानू साहू के खिलाफ मोर्चा खोला था और जिले में चलने वाले विकास कार्यों को बाधित करने का आरोप लगाया था। तब भी राजीव सिंह ने रानू साहू की पैरवी की थी। रानू साहू को ईमानदार बताया था। लेकिन अब असलियत सबके सामने है। वही राजीव सिंह अब फिर से जिले में संचालित होने वाले डीजल, कोयला, कबाड़ जैसे अवैध कार्यों को संरक्षण देने वाले एसपी उदय किरण की पैरवी कर रहे हैं। आज की तिथि में जिले में ऐसा कोई अवैध काम नहीं है जो संचालित नहीं हो रहा है। इस तरह के अवैध कार्यों के संरक्षणदाताओं के रहनुमा राजीव सिंह ने इसे अपना पेशा बना लिया है।
सपना ने कहा है कि पीसीसी सचिव विकास सिंह की गिरफ्तारी पुलिस ने की है। कोर्ट में पेश केस डायरी में पुलिस ने यह उल्लेख किया है कि विकास सिंह फरार चल रहे थे। जबकि वह कभी भी फरार नहीं रहे। लगातार सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल होते रहे हैं। उन्हें हाईकोर्ट से इस मामले में राहत मिली थी। यह मामला भी 12 साल पुराना है। पहली बार वर्ष 2012 में महिला ने शिकायत की थी। मामला झूठा साबित होने के बाद शिकायतकर्ता महिला को 2 साल के कारावास की सजा सुनाई गई थी।
इस शिकायत को 2020 में षड्यंत्र के तहत दोबारा दर्ज किया गया। अब 2023 में इसी शिकायत पर कार्रवाई हुई है। फरार होने वाली जिस झूठी जानकारी का उल्लेख पुलिस ने केस डायरी में किया है। उसी बात को राजीव सिंह ने शुक्रवार को भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में मीडिया के समक्ष दोहराया। जिससे यह बात प्रमाणित होती है कि राजीव सिंह पूरी तरह से पुलिस के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं और उनके प्रवक्ता के तौर पर बयान दे रहे हैं।
राजीव सिंह भाजपा के जिलाध्यक्ष हैं। लेकिन वह भाजपा के लिए काम नहीं कर रहे हैं। एसपी का एक इशारा मिलते ही राजीव सिंह तोते की तरह बोल पड़ते हैं।
बीजेपी की ओर से राजीव सिंह ने एक आरोप पत्र भी दिखाया है। इसमें जो भी तथाकथित आरोप राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल पर लगाए गए हैं। वह सभी तथ्यहीन और बेबुनियाद हैं। इनके एक भी आरोप में कोई सच्चाई नहीं है। वह झूठ की बुनियाद पर खड़े किए गए हैं। कोरबा की जनता इस आरोप पत्र और राजीव सिंह के झांसे में नहीं आने वाली है। आरोप पत्र के बहाने फर्जी और अनर्गल बातों का उल्लेख किया गया है। जिसे कोरबा की जनता सिरे से खारिज करेगी। जनता को यह भली भांति मालूम है कि अपने विधायकी और राजस्व मंत्री के कार्यकाल में जयसिंह अग्रवाल ने जिले की तस्वीर बदलकर रख दी है। जिले का चहुमुखी विकास हुआ है। भाजपा का शासन जाने के बाद जिन गड्ढों को भाजपा ने जिले में छोड़ दिया था। वह सभी गड्ढे आज भर चुके हैं। जिलेवासियों को विकास का स्वाद चखने का मौका तब मिला। जब कांग्रेस सत्ता में आई और राजस्व मंत्री ने जिले में विकास का मार्ग प्रशस्त किया।