हरे-भरे घने जंगल से गुजरते वक्त ट्रेन में सवार हो गया हरे रंग का सांप, कोरबा स्टेशन में किया गया रेस्क्यू


  1. Video:- वैनगंगा एक्सप्रेस में दुर्लभ प्रजाति का ग्रीन वाइन स्नैक सांप किया गया रेस्क्यू।

कोरबा(thevalleygraph.com)। यशवंतपुर से कोरबा आने वाली वैनगंगा एक्सप्रेस में उस वक्त यात्री घबरा गए, जब ट्रेन में एक सर्प घुस आया। यह एक दुर्लभ प्रजाति का ग्रीन वाइन स्नैक सांप था। कयास लगाया गया कि हरे भरे और घने जंगल से गुजरते वक्त किसी झाड़ी में बैठा यह हरे रंग का सर्प कोच से टकरा कर ट्रेन में सवार हो गया होगा। इस तरह यह करीब 16-17 घंटे का सफर और 21 स्टेशनों को पार करते हुए कोरबा पहुंच गया होगा।

सप्ताह के 2 दिन चलने वाली यह ट्रेन यशवंतपुर जंक्शन से कोरबा तक चलती है, जो यशवंतपुर जंक्शन से सुबह 11:40 बजे निकलती है और अगली सुबह 4:30 बजे कोरबा पहुंचती है। ट्रेन कुल -19hr 10min में यह सफ़र तय करती है एवं यात्रा के दौरान 21 स्टेशनों पर रुकती है। रविवार की सुबह केरल के यशवंतपुर से चलकर कोरबा पहुंची यशवंतपुर एक्सप्रेस में सुबह यात्रियों को दुर्लभ प्रजाति का ग्रीन वाइन स्नैक सांप देखने को मिला। यह सांप ट्रेन के एक कोच में छिपा हुआ था। सांप घुस आने की खबर उड़ते ही ट्रेन के यात्रियों के बीच कुछ देर के लिए हड़कंप मच गया। इसकी सूचना रेल प्रबंधन को दी गई, जिसके बाद सर्प मित्र राजू बर्मन को रेलवे स्टेशन पर मदद के लिए बुलाया गया। उन्होंने उक्त सांप का रेस्क्यू किया तब जाकर यात्रियों के साथ रेल प्रबंधन ने राहत की सांस ली। सर्पमित्र राजू बर्मन ने बताया कि उसे फोन पर जानकारी मिली थी कि यशवंतपुर एक्सप्रेस में एक सांप घुस आया है। जब वह मौके पर पहुंचा तो देखा कि वह एक विलुप्त प्रजाति का ग्रीन वाइन स्नैक है जो अधिकतर केरल में पाया जाता है। छत्तीसगढ़ में खासकर बस्तर, अम्बिकापुर, राजनांदगांव के जंगलों में भी मिल जाता है। कोरबा में भी यह काफी बार देखा जा चुका है। अधिकांश हरे-भरे और जंगल वाले क्षेत्र में इस सांप को देखा जा सकता है। सर्प विशेषज्ञों के अनुसार यह सांप अक्सर बहुत कम लोगों को काटता है और काटने के बाद सूजन और बुखार आ जाता है। लोगों की मौत नहीं होती छोटे बच्चों को काटने पर मामला गंभीर हो सकता है।


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