साहित्य की उपासना में उत्कृष्ट योगदान, डॉ मंजुला साहू ‘निर्भीक’ को छत्तीसगढ़ रत्न सम्मान


डॉ मंजुला साहू इस पुरस्कार के लिए कोरबा से चुनी गई एकमात्र साहियकार हैं। उन्हें यह सम्मान साहित्य की अनवरत सेवा और उपासना के साथ रचना और साहित्य सृजन में उत्कृष्टता के लिए प्रदान किया गया है। साहित्य विधा में उनका यह योगदान उभरते हुए नए रचनाकारों को निश्चित तौर पर प्रेरित और प्रोत्साहित करेगा।

कोरबा(theValleygraph.com)। साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान और अनवरत साहित्य उपासना के लिए जिले की प्रतिभावान साहित्यकार डॉ मंजुला साहू ‘निर्भीक’ को पुरस्कृत किया गया है। उन्हें अंबिकापुर में आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ रत्न सम्मान प्रदान किया गया। इस सम्मान के लिए डॉ मंजुला कोरबा से चयनित एकमात्र साहित्यकार हैं।

यह सम्मान समारोह अंबिकापुर में 31 अक्टूबर को आयोजित किया गया था। साहित्यिक सेवा में उत्कृष्ट योगदान अर्पित करने वाले प्रतिभावान रचनाकारों का प्रदेश भर से चयन किया जाना था। अपनी सम-सामयिक और उत्तमोत्तम काव्य रचनाओं के लिए प्रख्यात डॉ मंजुला साहू निर्भीक का कोरबा से छत्तीसगढ़ रत्न के लिए चयन हुआ। वे कोरबा से अकेली साहित्यकार हैं जो इस सम्मान के लिये चुनी गई। अंबिकापुर में आयोजित इस कार्यक्रम में राजेंद्र जैन, अंबिकापुर के विधायक और संस्कृति मंत्री अमरजीत सिंह समेत अन्य उपस्थित अतिथियों ने डॉ मंजुला साहू निर्भीक को इस सम्मान से नवाजा।


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