आईडीएफसी बैंक की निहारिका शाखा की पहल, बचाव की विधियों से किया अपडेट
कोरबा(theValleygraph.com)। आनलाइन ठगी से बचने और साइबर क्राइम पर अंकुश लगाने के लिए उन उपभोक्ताओं को जानकार बनना होगा, जो आॅनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं। आज के विद्यार्थी भी कल के खाता धारक हैं, जिनका आॅनलाइन लेन-देन की विधियों में दक्ष होने के साथ उन बारीकियों से अपडेट रहना जरूरी हो जाता है, जिनका ध्यान रख वे ठगी का शिकार होने से बच सकें। यही उद्देश्य रखते हुए सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सीएसईबी पूर्व बुधवारी में साइबर क्राइम व साइबर ठगी पर एक तकनीकी सेशन आयोजित किया गया। जहां बैंकर्स ने विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की गई।
सामाजिक जागरूकता अभियान के अंतर्गत यह कार्यक्रम आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की निहारिका शाखा द्वारा बुधवारी स्थित सरस्वती शिशु मंदिर सीएसईबी पूर्व में आयोजित किया गया। इस विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों को साइबर क्राइम और साइबर धोखाधड़ी के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। वर्तमान में जिस तरह से इंटरनेट तकनीक की उपयोगिता बढ़ रही है, उसी तेजी से साइबर क्राइम और साइबर धोखाधड़ी जैसे अपराध भी तेजी से फल-फूल रहे हैं। इसकी रोकथाम और बचने की विधि जानने के लिए उन बारीकियों को जानना जरूरी होगा, जिसका संचार तकनीकों का उपयोग करते समय ध्यान रखा जाना चाहिए। बैंकिंग विशेषज्ञों द्वारा इन्हीं के बारे में बचाव के तरीकों को समझाया गया। इस दौरान आॅनलाइन माध्यमों से लेन-देन करने वालों पर फोकस करते हुए विद्यार्थियों को उन तकनीकी बारीकियों से रूबरू कराया गया, जिनका ध्यान रख वे खुद जानकार बन अपने परिवार को भी जागरुक व सतर्क कर सकें। इस साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम में आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के शाखा प्रबंधक विशाल गोस्वामी, सहायक शाखा प्रबंधक संजय कुमार, अभिषेक सिंह, आॅपरेशन हेड विकास गवेल, चंद्रकांत देशमुख व उनकी पूरी टीम ने सहयोग प्रदान कर साइबर क्राइम और साइबर सुरक्षा जागरूकता के कार्यक्रम को सफल बनाया।
खुद जानकार बन परिवार-दोस्तों को करेंगे जागरुक
इस कार्यशाला को संबोधित करते हुए विद्यालय के शिक्षकों ने कहा कि विद्यार्थियों में सीखने की ललक और क्षमताएं बड़ों की अपेक्षा कहीं ज्यादा होती हैं। ऐसे में अगर बचपन में ही उन्हें इस तरह की महत्वपूर्ण जानकारियों से अपडेट कर लिया जाए, तो भविष्य में आने वाली साइबर क्राइम की मुश्किलों का सामना करने वे तैयार मिलेंगे। यही वजह है जो आज के दौर में हर युवा को कंप्यूटर तकनीक व इंटरनेट के सदुपयोग की जरूरी बातों का ज्ञान होना चाहिए। यही उद्देश्य रखते हुए आयोजित इस जागरुकता कार्यक्रम का लाभ उन्हें मिल सकेगा, यही उम्मीद है।
====