किसी वजह से आहत महिला ने आवेश में आपा खो दिया और विषैले पदार्थ का सेवन कर लिया। उसके इस आत्मघाती कदम से घबराए परिजनों ने बिना देर DIAL 112 पर कॉल कर मदद बुलाई। इवेंट मिलते ही टीम मौके पर पहुंची। इस आपात परिस्थिति की गंभीरता को समझते हुए डायल 112 की टीम ने एक भी मिनट गंवाना उचित नहीं समझा और फौरी कार्रवाई करते हुए महिला को तत्काल नजदीकी अस्पताल की ओर लेकर दौड़ लगा दी। 112 टीम की सतर्कता और तत्परता सफल हुई और महिला की जान बचा ली गई। परिजनों ने डायल 112 टीम और बिलासपुर पुलिस का आभार जताया है।
बिलासपुर(theValleygraph.com)। डायल 112 के द्वारा छत्तीसगढ़ में जनकल्याण एवं आपातकालीन सेवा के द्वष्टिकोण से लगातार कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में रायपुर कमांड सेंटर से सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम परसदा भटगांव निवासी इतवारा बाई पति अर्जुन केवट उम्र 45 वर्ष ने आपसी विवाद मे जहर का सेवन कर लिया। बिल्हा डॉयल-112 फरिश्ता बनकर कॉलर के घर पहुंची जहां एक महिला जमीन पर बेहोश पड़ी थी। आसपास कीटनाशक की तेज़ बू आ रही थी। महिला को अस्पताल ले जाने का कोई साधन नहीं था। मौके पर पहुंची 112 टीम द्वारा तत्काल 112 वाहन से CHC बिल्हा में भर्ती कराया गया जिसे डॉक्टरों द्वारा इलाज पश्चात महिला की जान ख़तरे से बाहर होना बताया। इस प्रकार 112 के आरक्षक 959 जयशंकर साहू चालक दीपक कुमार की तत्परता एवं फुर्ती से महिला की जान बच सकी।
टीम की सराहना कर पुलिस कप्तान ने किया पुरस्कृत
महिला के परिजनों ने डॉयल-112 एवं बिलासपुर पुलिस के इस कार्यप्रणाली की सराहना की है। उन्होंने 112 पुलिस की टीम के प्रति आभार व्यक्त किया है। न्यायधानी बिलासपुर के पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने आरक्षक के कार्य की सराहना करते हुए उन्हें पुरस्कृत किया।