महंत परिवार ने छत्तीसगढ़ में एकमात्र कोरबा सीट सुरक्षित कर एक बार फिर कांग्रेस की लाज बचाई है। इसके पहले साल 2009 की 15वीं लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस छत्तीसगढ़ में एकमात्र सीट बचा पाई थी। उस वक्त डॉ चरण दास महंत ने लगातार दूसरी बार सांसद पद पर कब्जा कर यह महत्वपूर्ण जीत हासिल की थी। इसके बाद 2019 लोकसभा चुनाव में कोरबा से श्रीमती ज्योत्सना चरण दास महंत और बस्तर में दीपक बैज ने दो सीटों पर कांग्रेस का कब्जा दिलाया और इस बार, यानी 2024 की 18वीं लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ से केवल एक सीट कांग्रेस के खाते में गए और कोरबा लोकसभा की यह सीट भी डॉ महंत की धर्मपत्नी और मौजूदा सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरण दास महंत ने हासिल की है। उन्होंने इतिहास दोहराते हुए डॉ महंत की तरह लगातार दूसरी बार सांसद पद पर कब्जा किया। इस तरह यह कहना गलत न होगा कि भले ही देश और छत्तीसगढ़ की शेष 10 सीटों पर भाजपा और नमो फैक्टर हावी हो पर कोरबा लोकसभा क्षेत्र की फिजा महंत लहर से सराबोर है और जनता जनार्दन ज्योत्सना चरण दास महंत के साथ है। इस ऐतिहासिक जीत के मास्टर ब्लास्टर प्लान पीछे महंत ने मास्टर माइंड का किरदार बखूबी निभाया है। डॉ महंत 15वीं लोकसभा अवधि के दौरान भी छत्तीसगढ़ से एकमात्र कांग्रेस सांसद थे। उन्होंने पहली बार 1998 में लोकसभा सीट जीती और फिर 1999 और 2009 में फिर से चुने गए। कुछ यही दशा ताजा नतीजों में उनकी धर्मपत्नी श्रीमती ज्योत्सना चरण दास महंत ने कोरबा लोकसभा चुनाव 2024 में पेश की है। इस तरह ज्योत्सना की जीत में डॉ चरण दास महंत का सियासी तजुर्बा और अचूक रणनीति कारगर नतीजे देने वाला ब्रह्मास्त्र साबित हुआ है।
कोरबा(theValleygraph.com)। कांग्रेस की कोरबा लोकसभा प्रत्याशी और मौजूदा सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरण दास महंत ने मैदान मार लिया है। उन्होंने 43 हजार 283 वोटों की ऐतिहासिक लीड कोरबा की सीट पर जीत हासिल की है। श्रीमती महंत ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी रहीं भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी और राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडेय के मुकाबले यह बढ़त जुटाई और लगातार दूसरी बार कोरबा लोकसभा की सांसद निर्वाचित हुई हैं। श्रीमती महंत को 5 लाख 70 हजार 182 मत प्राप्त हुए, जबकि भाजपा प्रत्याशी सुश्री पाण्डेय के खाते में 5 लाख 26 हजार 899 मत पड़े। कोरबा लोकसभा में अब तक हुए लोकसभा चुनाव में यह अब तक की सबसे बड़ी लीड रही। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के उम्मीदवार श्याम सिंह मरकाम तीसरे स्थान पर रहे, जिन्होंने 48 हजार 587 वोट प्राप्त किया है। इसके अलावा 6 हजार 097 मत नोटा यानी कोई नहीं के विकल्प पर भी गए हैं। इस लोकसभा चुनाव कोरबा की 8 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 12 लाख 25 हजार 735 मतदान दर्ज किए गए थे, जिसके नतीजे मंगलवार को मतगणना के साथ जारी किए गए और कोरबा लोकसभा में कांग्रेस सांसद पुनः काबिज हुई। गिनती कुल 22 राउंड चली।
बेहद हाई प्रोफाइल सीट, कांग्रेस का रहा दबदबा, पर हर 5 साल में सत्ता परिवर्तन का मिथक टूटा
छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में से एक कोरबा लोकसभा सीट बेहद ही हाई प्रोफाइल सीटों में गिनी जाती है। इस सीट से हमेशा से ही कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता चुनाव लड़ते आए हैं। यह सीट 2009 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई। यहां कांग्रेस पार्टी का दबदबा रहा है। साल 2009 में पहली बार यहां से छत्तीसगढ़ के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता डॉ चरण दास महंत सांसद चुने गए थे। इसके बाद साल 2014 में भारतीय जनता पार्टी ने यहां से जीत हासिल की। इसके बाद साल 2019 के लोकसभा चुनाव में डॉ महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत चुनाव जीत कर संसद पहुंची थी। साल 2024 के लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर ज्योत्सना महंत को चुनाव के मैदान में उतारा और उन्होंने अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी ने सरोज पांडेय को पराजित कर कोरबा सीट पर लगातार दूसरी बार विजयश्री हासिल की है।
ज्योत्सना महंत (Congress) जीतीं
कुल वोट = 5,70,182
वोट शेयर = 46.5%
जीत का अंतर = 43,283 वोट
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सरोज पांडेय (BJP) पराजित
कुल वोट = 5,26,899
वोट शेयर = 43%