ब्रह्मज्ञानी सुदामा ने मित्रता का धर्म निभाया, स्वयं चने ग्रहण कर श्रीकृष्ण और संसार को दरिद्रता से बचाया : आचार्य सुयश दुबे


एमपी नगर में श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ कथा, कथा सुनने पहुंचे श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन, 4 फरवरी को गीता हवन, सहस्त्र धारा व भोग भंडारे के आयोजन के साथ कथा को विश्राम दिया जाएगा।

सुदामा जी ब्रह्मज्ञानी थे। उन्होंने सोचा कि अगर श्री कृष्ण ने इस चने को स्वीकार कर लिया, तो मेरे सखा दरिद्र हो जाएंगे। जगन्नाथ के साथ पूरी सृष्टि दरिद्र और गरीब हो जाएगी। इस क्षण अपने मित्रता के धर्म का पालन करते हुए उन्होंने चने खा लिए और श्रीकृष्ण के साथ सारे संसार को दरिद्रता से बचा लिया।

कोरबा(thevalleygraph.com)। धर्म-कर्म की यह गूढ़ बातें पंडित सुयश दुबे ने महाराणा प्रताप नगर में 28 जनवरी से चल रहे श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ कथा में भक्तों को कथा में छुपे रहस्य को उजागर करते हुए कहीं। व्यासपीठ से बाल व्यास पंडित सुयश दुबे जी अपनी संगीतमयी मधुर वाणी से श्रीमद भागवत कथा श्रवण करा रहे हैं। सर्वधर्मार्थ कल्याण सेवा समिति के संस्थापक शिव पुराण श्रीराम कथा व श्रीमद भागवत कथा के मर्मज्ञ पंडित देवशरण दुबे के सुपुत्र पंडित सुयश दुबे के सान्निध्य में रविवार को गीता हवन, सहस्त्र धारा व भोग भंडारे के साथ कथा को विश्राम दिया जाएगा। आयोजन में आचार्य दुबे अपनी संगीतमयी सुमधुर वाणी से शुक झांकी, कपिल चरित्र, वामन झांकी , प्रहलाद चरित्र, राम तथा कृष्ण जन्मोत्सव , गोवर्धन, रुक्मणी विवाह तथा रास झांकी की कथाओं से लगातार छह दिनों से श्रोताओं को रसपान करा कर जीवन में श्रीमद भागवत के माध्यम से आनंद व परमानन्द की प्राप्ति का उपाय बताया। इसी कड़ी में शनिवार को सप्तम दिवस में सुदामा चरित्र का प्रसंग सुनाया, जिसे सुनकर श्रोतागण भावुक हो गए।

उन्होंने सुदामा व श्री कृष्ण के मित्रता की कथा विस्तार से बताई। उन्होंने कहा कि जो मित्र के दुख से दुखी नहीं होता उसको देखना भी पाप है। मित्रता एक महत्वपूर्ण सम्बन्ध है मुसीबत के समय काम आने वाला ही सच्चा मित्र होता है। इस दौरान कथा में श्री कृष्ण जी व सुदामा जी की अद्भुत झांकी प्रस्तुत की गई। 4 फरवरी को गीता हवन, सहस्त्र धारा व भोग भंडारे के आयोजन के साथ कथा को विश्राम दिया जाएगा। अंत में श्रीमद भागवत भगवान की आरती कर प्रसाद वितरण किया गया। सर्वधर्मार्थ कल्याण सेवा समिति के कोरबा शाखा प्रभारी डॉ.नागेंद्र नारायण शर्मा ने अंचलवासियों से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर भोग प्रसाद प्राप्त करने की अपील की है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में वाणिज्य, उद्योग व श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन, विशिष्ट अतिथि के रूप मे कोहड़िया के पार्षद नरेंद्र देवांगन, अतिथि के रूप मे डॉ. राजेश राठौर, नरेंद्र पाटनवार, डॉ.दिनेश वैष्णव, अनिल वस्त्रकार, रामकुमार, अनिल यादव उपस्थित थे। यजमान निर्मला शत्रुध्न प्रसाद दुबे, कुंती देवप्रसाद दुबे, प्रभा रामखिलावन पांडे, अनीता गिरधारी दुबे, सरस्वती संजय स्वर्णकार, लक्ष्मीन जागवत सिंह, गंगा समारूलाल साहू, निशा देव नारायण पांडे, सर्वधर्मार्थ कल्याण सेवा समिति के संस्थापक पंडित देवशरण दुबे, कोरबा जिला शाखा प्रभारी डॉ. नागेन्द्र नारायण शर्मा, कार्यकारिणी सदस्य पंडित योगेश पांडे, पंडित रामू तिवारी, पंडित गजेश तिवारी, पंडित अंकित पांडे, पंडित देवनारायण पांडे, पंडित प्रांजल पांडे, पंडित पुष्प राज दुबे, पंडित हर्ष नारायण शर्मा, नेत्रनन्दन साहू, अश्विनी बुनकर, कमल धारीया, चक्रपाणी पाण्डे, राजेश प्रजापति, भरत अग्रवाल, श्रीमती प्रतिभा शर्मा, रोहित पटेल, श्रीमती रेवती पटेल, श्रीमती सरिता अग्रवाल प्रसाद वितरण में सुरजीत राजेश शर्मा, सरिता जयप्रकाश अग्रवाल, अरुणा सुनील चन्ने के अलावा संगीत कलाकार मनोहर, हर्षित योगी, सुमित बरई, गोलू नामदेव, पुतुल प्रसाद, राघवेंद्र रघुवंशी, नागेन्द्र कमल व अंचलवासी विशेष रूप से उपस्थित होकर अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।


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