जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा की सचिव श्रीमती शीतल निकुंज ने मोटर दुर्घटना दावा प्रकरणों के संबंध में ली अधिवक्ताओं की बैठक
कोरबा(theValleygraph.com)। क्लेम प्रकरणों में विलंब के कारण पीड़ित पक्षकार को अक्सर आर्थिक हानि का सामना करना पड़ता है। इसके लिए यह जरूरी है कि संबंधित क्लेम प्रकरणों को अधिक से अधिक संख्या में लोक अदालत में आपसी समझौते से निराकरण के प्रयास सुनिश्चित किए जाएं। इसलिए अभी से प्रयास शुरू करें और सभी संबंधित बीमा कंपनियां जल्द से जल्द क्लेम के प्रस्ताव जमा करें, ताकि नेशनल लोक अदालत में राजीनामा के माध्यम से भी उनका निराकरण कर पीड़ियों के लिए राहत की जुगत हो सके।
यह बातें गुरुवार को आयोजित बैठक में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा की सचिव श्रीमती शीतल निकुंज ने मोटर दुर्घटना दावा प्रकरण के संबंध में ली गई बैठक के दौरान बीमा कंपनियों के अधिवक्ताओं से कहीं। यह बैठक राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) नई दिल्ली व छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा 9 मार्च को आयोजित होने वाली नेशनल लोक अदालत को लेकर ली गई थी। इसके सफल आयोजन के लिए जिला न्यायाधीश व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा सत्येन्द्र कुमार साहू के मागदर्शन पर मोटर दुर्घटना दावा प्रकरण के संबंध में श्रीमती शीतल निकुंज, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा ने बैठक ली। इस बैठक में उपस्थित अधिवक्ताओं को जल्द से जल्द क्लेम के प्रस्ताव संबंधित बीमा कंपनियों को जमा करने निर्देशित किया। साथ ही क्लेम प्रकरण के राजीनामा में होने वाले असुविधा के संबंध में जानकारी ली गई। क्लेम प्रकरणों में विलंब के कारण पीड़ित पक्षकार को आर्थिक हानि का सामना करना पड़ता है। इसके लिए सभी अधिवक्ताओं से अपील की गई है कि क्लेम प्रकरणों को अधिक से अधिक संख्या में लोक अदालत में आपसी समझौते से निराकरण कराये जाने का प्रयास करें। इस बैठक में दि ओरियण्टल इंश्योरेन्स कंपनी कोरबा के उपशाखा प्रबंधक श्रीमती शारदा नामदेव, श्रीराम जनरल इंश्योरेन्स कंपनी, इ्फ्को-टोकियो इंश्योरेन्स कंपनी, मैग्मा जनरल इंश्योरेन्स कंपनी के अधिवक्ता सीबी राठौर, सुमन तिवारी, रवि कुमार शुक्ला, लवलेश शुक्ला, दिनेश कुमार साहू, धनेश कुमार सिंह, श्रीमती मेघा बैस उपस्थित हुए।
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