विधि के विपरीत कार्य करना अपराध है, किसी के अनुचित दुस्साहस को अविलंब सामने लाएं: विशेष न्यायाधीश विक्रम प्रताप


सरस्वती शिशु मंदिर बुधवारी बाजार में किया गया विधिक जागरूकता कैम्प का आयोजन.

कोरबा(thevalleygraph.com)। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा के द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर बुधवारी बाजार कोरबा में छात्र-छात्राओं को विधि के ज्ञान से अवगत कराये जाने के प्रयोजनार्थ विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। विक्रम प्रताप चन्द्रा, विशेष न्यायाधीश, पॉक्सो एक्ट कोरबा के द्वारा अपने उद्बोधन में कहा गया कि विधि के विपरीत कार्य करना अपराध है। उन्होंने छात्राओं को गुड टच बेड टच की जानकारी देते हुए कहा गया कि यदि उनके साथ किसी भी तरह का गलत व्यवहार होता है तो इसकी शिकायत अपने शिक्षक माता-पिता से करें। अपराध को किसी भी तरह का बढ़ावा न दें। किसी के द्वारा गलत कार्य करने पर उसे लोक-लाज से छुपाने पर वह आगे गंभीर रूप धारण कर लेता है। इसलिए इसकी त्वरित शिकायत बिना किसी भय शर्म से करना चाहिए। छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क विधिक सेवा प्राधिकरण योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा गया कि कोई भी व्यक्ति, जिसकी आय 1.50 लाख रुपए से कम है, जिसके प्रकरण में अधिवक्ता नियुक्त नहीं है, उसके प्रकरण में प्रशिक्षित पैनल लायर को शासकीय खर्चे पर पैरवी करने के लिए दिया जाता है। ताकि व्यक्ति न्याय से वंचित न हो। हमारे देश में तहसील के लिए तालुका विधिक सेवा समिति, जिला के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, उच्च न्यायालय के लिए उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति उच्चतम न्यायालय के लिए राष्टÑीय विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा नि:शुल्क अधिवक्ता नियुक्त किया जाता है। कृष्ण कुमार सूर्यवंशी, द्वितीय अपर जिला सत्र न्यायाधीश कोरबा के द्वारा मोटर दुर्घटना दावा अधिनियम की जानकारी देते हुए कहा गया कि बिना लायसेंस, वाहन के बीमा, वाहन का आरसी बुक के साथ ही वाहन का संचालन किया जाए। ये तीनों यदि किसी व्यक्ति के पास नहीं है तो होने वाले दुर्घटना में उनको स्वयं ही अगले पीड़ित व्यक्ति को मुआवजा देना पड़ता है। गंभीर चोट या मृत्यु होने पर और भी अधिक क्षतिपूर्ति देना वाहन मालिक का जवाबदेह हो जाता है। बच्चों को मोबाइल का सीमित उपयोग किए जाने की सलाह देते हुए कहा कि स्मार्ट मोबाईल का सदुपयोग किया जाए। बिना पढ़े कोई भी मैसेज फारवर्ड न करें, गलत मैसेज फारवर्ड करने पर साइबर कानून के तहत अपराधिक मामला पंजीबद्ध किया जा सकता है। इस अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर के प्राचार्य राजकुमार देवांगन, व्याख्याता सतीश सिंह, लक्ष्मीकांत पटवा, नरोत्तम पटेल, नरेश दुबे, श्रीमती रजनी चन्द्रा, पीएलव्ही अहमद खान उपस्थित थे।


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