जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक BILASPUR मुख्यालय का हाल, दो साल से वेतनवृद्धि के अपने हक से वंचित किए जा रहे मौजूदा बैंककर्मी
बिलासपुर(thevalleygraph.com)। इसे दुर्भाग्य कहें या बेबसी, कि हर साल किसानों के लिए करोड़ों का लेन-देन करने वाले जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के कर्मी डीए और इंक्रीमेंट के लाभ से वंचित किए जा रहे। वे अपना ही हक पाने पिछले दो साल से जूझ रहे हैं। बार-बार की गई उनकी मिन्नतों, गुजारिशों और उसके बाद मजबूर होकर किए गए आंदोलन का कोई असर जिला सहकारी बैंक बिलासपुर मुख्यालय पर नहीं पड़ा। बैंक की दशा का हवाला देते हुए जब एक ओर डीए-इंक्रीमेंट टाला जा रहा है, तो दूसरी ओर नए कर्मचारियों की भर्ती की तैयारी समझ से परे है। इस तरह अपने ही कर्मचारियों के लिए प्रबंधन की मनमानी और भर्राशाही पेश करती दोहरी नीति साफ नजर आती है। सेवा पुस्तिका में इंक्रीमेंट रोकने का कोई प्रावधान नहीं है, बावजूद इसके बैंककर्मियों को उसके लाभ से दूर किया जा रहा है।
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर मुख्यालय के अंतर्गत जिले के बैंक शाखाओं में कार्यरत कर्मियों को जुलाई 2022 से अब तक मिलने वाली वेतन वृद्धि का लाभ नहीं दिया गया है। खासकर किसानों के लिए सहकारी बैंकों की भूमिका और सेवाएं सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं, जिनके माध्यम से उन्हें हर साल अपने खेती के सीजन में आने वाली आर्थिक मुश्किलों का समाधान मिलता है। शासन की ओर से विभिन्न ऋण योजनाओं व बोनस की राशि भी इन्हीं के माध्यम से किसानों तक पहुंचाई जाती है। कोरबा की बात करें तो जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर मुख्यालय के अधीन पुराना बस स्टैंड स्थित प्रधान शाखा समेत कुल सात बैंक संचालित हैं। इनकी लोन शाखाओं में जिला सहकारी बैंक बरपाली, कटघोरा, मुख्य शाखा कोरबा, पोड़ी-उपरोड़ा और पाली शामिल हैं। इनके अलावा दो डिपॉजिट शाखाएं बाल्को और दर्री-जमनीपाली में संचालित हैं। इन बैंक शाखाओं में कार्यरत कर्मियों को वर्ष 2022 से दो साल गुजर जाने के बाद भी इंक्रीमेंट नहीं मिला है। यानि वेतन वृद्धि का लाभ उन्हें अब तक नहीं दिया गया है, जिससे उन्हें न केवल आर्थिक हानि हो रही, अपने हक से वंचित होने के कारण चिंतित कर्मियों को मानसिक रूप से भी परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है। दूसरी ओर सहकारी बैंकों में रिक्त पदों पर जरूरत बताते हुए नई भर्ती का आवेदन जारी कर दिया गया है। कर्मियों का कहना है कि अगर आर्थिक दशा ठीक नहीं, जिसके चलते डीए-इंक्रीमेंट नहीं बढ़ाया जा रहा, तो फिर भला नए कर्मचारियों की भर्ती कर बैंक के लिए घाटे का सौदा क्यों किया जा रहा है। इस संबंध में प्रतिक्रिया लेने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर के अध्यक्ष प्रमोद नायक व सीईओ एसपी सिंह के मोबाइल नंबरों पर कॉल किया गया, पर उनसे संपर्क नहीं हो सका।
एक बैंकर पर करीब दस हजार ग्राहकों का दायित्व
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर मुख्यालय के अंतर्गत बिलासपुर के अलावा मुंगेली, जांजगीर-चांपा व कोरबा जिले की शाखाओं को शामिल किया गया है। बैंक के आंकड़ों पर नजर डालें तो पांच लाख से अधिक केवल किसान ग्राहक हैं, जो प्रतिवर्ष खेती किसानी के मौसम में कृषि ऋण लेकर खेती बाड़ी करते हैं। कृषि कार्य में किसानों को ऋण व नगद राशि के अलावा खाद-बीज की मदद तो दी ही जाती है, किसानों के अतिरिक्त भी सामान्य वर्ग के ग्राहकों को भी लेन-देन व बचक योजनाओं का लाभ यहां मिलता है। ग्राहकों की इन बड़ी संख्या के लिए बैंकिंग सेवाएं निरंतर व निर्बाध बनाए रखने वाले बैंककर्मियों की संख्या करीब 515 है। इस लिहाज से देखा जाए तो सहकारी बैंकों में कार्यरत प्रत्येक कर्मी पर करीब दस हजार ग्राहकों को संतुष्ट करने का दबाव है, जिसे वे बड़ी जिम्मेदारी से निभा रहे।
डीए का लाभ नहीं, प्रतिमाह एक हजार का नुकसान
हर साल जुलाई से वेतन वृद्धि न मिलने के साथ-साथ सहकारी बैंक के कर्मियों को मार्च 2022 व 2023 महंगाई भत्ता (डीए) का लाभ नहीं मिल रहा है। इस तरह बीते दो साल से कर्मचारी अपने डीएम की सुविधा से भी वंचित हैं। इंक्रीमेंट और डीए का लाभ नहीं जुड़ पाने से प्रत्येक कर्मी को अपनी मासिक आय में प्रतिमाह करीब एक हजार रुपये का नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। उल्लेखनीय होगा कि रसोई गैस हो या रसोई पकाने के लिए जरूरी राशन का सामान, साल-दर-साल बढ़ती महंगाई और जरूरतों के बीच महंगाई भत्ता कर्मचारियों के लिए उनके परिवार का भरण पोषण सरल बनाने महत्वपूर्ण है, जिससे वे वंचित हो रहे।KORBA जिले में 7 शाखाएं, अधिकारी-कर्मचारी समेत करीब 50
जिले में सहकारी बैंकों की पांच लोन व दो डिपॉजिट बैंक समेत कुल सात शाखाएं संचालित हैं। प्रत्येक ब्रांच में शाखा प्रबंधक, कैशियर, लिपिक, भृत्य व अन्य पद समेत छह से सात कर्मी कार्यरत हैं। इस तरह कोरबा जिले की सात शाखाओं में करीब 50 बैंककर्मी कार्यरत हैं, जो इस साल अपनी वेतन वृद्धि का लाभ मिलने के इंतजार में पिछले दो साल से चिंतित हैं। इसी तरह उन्हें मार्च 2022 से मिलने वाले डीए का लाभ भी नहीं मिल सका है, जिससे आर्थिक नुकसान उठाने उन्हें विवश होना पड़ रहा है।
सामान्य सहायक के 4, समिति प्रबंधक के 40 पद शामिल
बिलासपुर मुख्यालय के अधीन संचालित बैंकों में रिक्त पदों पर निकाली गई सीधी भर्ती पर गौर करें तो सामान्य सहायक के 4, समिति प्रबंधक के 40 पद शामिल हैं। इसके अलावा प्रदेशभर के लिए कार्यालय सहायकों के 17 रिक्त पद पर सीधी भर्ती के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। गौर करने वाली बात होगी कि सेवा नियम की पुस्तिका में भी इंक्रीमेंट वार्षिक किसी भी कर्मचारी का नहीं रोका जाता। महंगाई के संबंध में 8.5 से नीचे आना चाहिए, तो एक स्थिति में इसे लेकर काम्प्रोमाइज करने की कंडिशन है, पर सेवा पुस्तिका में इंक्रीमेंट रोकने का कोई प्रावधान नहीं है।
फैक्ट फाइल
मौजूदा कर्मियों की संख्या
हेडआफिस बिलासपुर
बैंक शाखाएं 56
बैंककर्मी 515
ग्राहक 5 लाख
कोरबा में ब्रांच 7
कर्मचारी 50
ग्राहक 35 हजार
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इन पदों पर सीधी भर्ती
पद का नाम रिक्त पद
कार्यालय सहायक 17
सहायक प्रबंधक 00
सामान्य सहायक 04
समिति प्रबंधक 40
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